सिविल सर्विस का रिजल्ट घोषित, टॉपर नंदिनी ने कहा- लड़की-लड़के में फर्क न करें
यूपीएससी (केंद्रीय लोक सेवा आयोग) ने सिविल सर्विस परीक्षा 2016 का
फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया. इस परीक्षा में कर्नाटक की नंदिनी केआर ने टॉप
किया. रिजल्ट से बेहद खुश नंदिनी ने बताया कि वह हमेशा आईएएस बनना चाहती थीं.
नंदिन ने वैकल्पिक विषय के तौर पर कन्नड़ साहित्य का एग्जाम दिया था.
उन्होंने बेंगलुरु के एम. एस. रमैया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से सिविल
इंजिनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की थी. आईआरएस ऑफिसर नंदिनी का यह
चौथा प्रयास था.
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टॉप 25 उम्मीदवारों में 18 लड़के और 7 लड़कियां हैं.
दूसरे नंबर पर अनमोल सिंह बेदी ने बाजी मारी है. अनमोल ने BITS, पिलानी से कंप्यूटर
साइंस में बीई किया है. तीसरे नंबर पर
गोपालकृष्ण रोनांकी का नाम है. और चौथे पायदान पर भी लड़की ने पकड़ बनाई है.
सौम्या पांडे का चौथा नंबर आया है.
बिगत एक सप्ताह से नंदिनी केआर अपने दोस्तों के सामने मज़ाक का पात्र थी. उन्हें बार-बार चिढ़ाया जा रहा था कि इस बार की सिविल सेवा परीक्षा को वो ही टॉप करेंगी. लेकिन जो बात उनके दोस्त मज़ाक में कह रहे थे वो अब सच साबित हो गई है. जब सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे आए तो उन पर यक़ीन करना नंदिनी के लिए मुश्किल था.
नंदिनी इस समय फ़रीदाबाद में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी के तौर पर काम कर रही हैं.
नंदिनी कहती हैं, "आईएएस बनना हमेशा से मेरा सपना था. अगर आप समाज का विकास करना चाहते हैं तो आप आईएएस बनकर ये बेहतर तरीके से कर सकते हैं."
नंदिनी ने अपनी सफलता का श्रेय पूरे समाज के साथ-साथ अपने परिवार को दिया. नंदिनी ने कहा, उन्होंने एग्जाम में तो अच्छा किया, लेकिन उम्मीद नहीं कर रही थीं कि वह टॉप कर जाएंगी. नंदिनी ने बताया कि सबसे पहले उनके दोस्तों ने बताया कि उन्होंने टॉप किया है, लेकिन उनको लगा कि दोस्त मजाक कर रहे हैं, क्योंकि पहले भी ऐसे मजाक कर चुके थे, लेकिन इस बार यह सच निकाला. नंदिनी ने कहा कि आप किस बैकग्राउंड से हैं, कोई फर्क नहीं पड़ता. अपने लक्ष्य को सामने रखकर पूरे डेडिकेशन के साथ तैयारी करनी चाहिए,अपने ऊपर भरोसा होना चाहिए.
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टॉप 25 में 7 लडकियों ने मारी बाजी
टॉप 25 उम्मीदवारों में 18 लड़के और 7 लड़कियां हैं.
दोस्तों ने बनाया था मजाक
बिगत एक सप्ताह से नंदिनी केआर अपने दोस्तों के सामने मज़ाक का पात्र थी. उन्हें बार-बार चिढ़ाया जा रहा था कि इस बार की सिविल सेवा परीक्षा को वो ही टॉप करेंगी. लेकिन जो बात उनके दोस्त मज़ाक में कह रहे थे वो अब सच साबित हो गई है. जब सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे आए तो उन पर यक़ीन करना नंदिनी के लिए मुश्किल था.
नंदिनी इस समय फ़रीदाबाद में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी के तौर पर काम कर रही हैं.
नंदिनी कहती हैं, "आईएएस बनना हमेशा से मेरा सपना था. अगर आप समाज का विकास करना चाहते हैं तो आप आईएएस बनकर ये बेहतर तरीके से कर सकते हैं."
नंदिनी ने अपनी सफलता का श्रेय पूरे समाज के साथ-साथ अपने परिवार को दिया. नंदिनी ने कहा, उन्होंने एग्जाम में तो अच्छा किया, लेकिन उम्मीद नहीं कर रही थीं कि वह टॉप कर जाएंगी. नंदिनी ने बताया कि सबसे पहले उनके दोस्तों ने बताया कि उन्होंने टॉप किया है, लेकिन उनको लगा कि दोस्त मजाक कर रहे हैं, क्योंकि पहले भी ऐसे मजाक कर चुके थे, लेकिन इस बार यह सच निकाला. नंदिनी ने कहा कि आप किस बैकग्राउंड से हैं, कोई फर्क नहीं पड़ता. अपने लक्ष्य को सामने रखकर पूरे डेडिकेशन के साथ तैयारी करनी चाहिए,अपने ऊपर भरोसा होना चाहिए.
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