Posts

Showing posts with the label Delhi

पीयूष गोयल कैसे बने पीएम मोदी के विंगमैन? जानिए उनका राजनीतिक सफर

Image
एक ऐसे राजनेता जो मोदी कैबिनेट में सबसे अहम पदों पर रहे हैं और तीन बार से राज्यसभा सांसद भी रहे हैं। वह आजतक एक भी लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में नहीं उतरे। जब उन्हें राज्यसभा सांसद बनने की इच्छा जागी तब उन्होंने अपने पिता और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय जहाजरानी मंत्री रहे वेदप्रकाश गोयल से सिफारिश की थी। आज हम बात करेंगे भारत के रेल, कपड़ा, वाणिज्य और कोयला मंत्रालय के मंत्री रह चुके पियूष गोयल की... पीयूष गोयल का जन्म 13 जून, 1964 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था। उनका पूरा नाम पीयूष वेदप्रकाश गोयल है और उनके पिता का नाम वेदप्रकाश गोयल जो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय जहाजरानी मंत्री रहे थे। जबकि उनकी माता चंद्रकांता गोयल 1990 से लेकर 2004 तक तीन बार महाराष्ट्र में भाजपा के टिकट पर विधायक चुनकर आईं थीं। पीयूष गोयल की पत्नी का नाम सीमा है। उन्हें एक बेटा और बेटी हैं, जिनके नाम ध्रुव गोयल और राधिका गोयल है। पीयूष गोयल को मुंबई के डॉन बोस्को हाई स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा मिली। बाद में उन्होंने 1984 में एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से बीकॉम किया ...

मजलिस का कमान संभालने वाली ओवैसी परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं असदुद्दीन ओवैसी

Image
भारत में सबसे चर्चित सांसदों की सूची तैयार होगी तो हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का नाम भी लिया जायेगा। राजनीति में आने से पहले वह लंदन में कानून की पढ़ाई कर रहे थे। लौटने के बाद वह 2004 में पहली बार हैदराबाद से सांसद बने और अब तक वह चार बार यहां के सांसद रह चुके हैं। जब उन्होंने पार्टी की जिम्मेदारी संभाली तो उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का एहसास कराने की कोशिश की। इस एपिसोड में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। ओवैसी की राजनीति की शुरुआत के बारे में जानने से पहले उनकी उनकी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के इतिहास के बारे में जानते हैं। इस पार्टी की शुरुआत के बारे में जानने के लिए आपको लगभग 96 साल पीछे चलना पड़ेगा। साल 1928 में नवाब महमूद नवाज़ खान ने मजलिस की स्थापना की थी। साल 1948 तक उनके पास ही संगठन की कमान रही। भारत की स्वतंत्रता के बाद ये संगठन हैदराबाद को एक अलग मुस्लिम राज्य बनाए रखने की वकालत करते आ रहा था। जब 1948 में हैदराबाद राज्य का भारत में विलय हुआ तब भारत सरकार ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा ...