धर्म और आस्था के प्रति भ्रम को तोड़ती पी. के. की कहानी



जिस प्रकार से देश में लोग धर्म और आस्था के नाम से लड़ते झगड़ते आ रहे हैं उसके प्रति हो रहे भ्रम को तोड़ने का काम फिल्म पी के ने किया है हालांकि धर्म के प्रति अत्यधिक आस्था होने के कारण यह फिल्म काफी सुर्खियों में रही किन्तु इन सभी मुसीबतों के बावजूद इसे रिलीज कर समाज को एक नया सच दिखाने की कोशिश की है राज कुमार हिरानी ने। फिल्म के किरदार से लेकर सभी पक्ष मजबुत दिखें, आमिर खान के अभिनय की क्या बात की जाए उन्हे इसलिए ही मिस्टर परफेक्ट कहा जाता है क्योंकि जैसा किरदार होता है आमिर उय किरदार में पूर्णरूपेण समाहित हो जाते हैं। और किरदार में आसानी से ढ़ल जाते हैं। वहीं अनुष्का शर्मा दिन प्रतिदिन नई चुनौतियों को पार कर उसे अपने रूप में और अच्छे तरीके से करने की कोशिश करती है।

अब फिल्म की कहानी की बात की जाए तो यह कहानी है एक ऐसे परग्रही जीव की जो पृृथ्वी पर कुछ खोज करने आता है और किसी कारणवश उसके स्पेशशिप का रिमोट चोरी हो जाता है । उसी रिमोट को खोजने के लिए वह दर दर भटकता है। इसी बीच पी के की मुलाकात टीवी पत्रकार जग्गु (अनुष्का शर्मा) से होती है और वह पूरी कहानी जग्गु को बताता है लेकिन उसे विश्वास नही होता होता कि यह सच बोल रहा है। और ऐसे ही मोड़ पर उसे एहसास होता है कि वह सच कह रहा है तब से पीके की मदद करना शुरू कर देती है।

कहानी में मोड़ तब आता है जब पीके को पता चलता है कि उसका रिमोट एक बाबा के पास है और वह बाबा उसे शिव के डमरू के टुटे हुए मनके के नाम पर मंदिर बनवाना चाहता है इसी बात को लेकर बाबा और पीके के बीच में काफी नोंकझोंक होता है और अंत में वह जग्गु के टीवी शो के माध्यम से बाबा को झुठा साबित कर उस रिमोट को प्राप्त कर लेता है और वह अपने ग्रह चला जाता है धरती की कुछ याद लिए, कुछ आवाजों को अपने टेपरिकाॅर्डर में समेटे कुद अहसास को अपना बनाए हुए।
पुरी फिल्म में बहुत अच्छी चीजें देखने को मिली, जिस प्रकार से आमिर खान भोजपुरी बोल रहे थे लग रहा था जैसे कोई भोजपुरीया ही है साथ ही पीके और जग्गु की लवस्टोरी जो कभी पूरी नही हुई। पीके उन सभी यादों को समेटे हुए अपने ग्रह चला गया था साथ ही सभी धर्मो के बीच हो रहे भटकावों लेकर बताया कि हिन्दु, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी धर्म के प्रवक्ता किस प्रकार लोगों से भगवान के नाम पर ठग रहे रहे हैं और भटका रहे हैं साथ ही बाबा के साथ पीके की वो मीठी नोंकझोंक जो पूरे फिल्म में गुदगुदाती रही। कुल मिलाकर पूरी फिल्म मनोरंजन के साथ साथ गुढ़ मान्यताओं को तोड़ती हुई लोगों में नये संदेश देने की कोशिश की गई।  

एक्टर- आमिर खान, अनुष्का शर्मा, सुशांत सिंह राजपुत, संजय दत्त, वोमन इरानी, सौरभ शुक्ल 

निर्देशक- राज कुमार हिरानी                लेखक- अभिजीत जोशी एवं राजकुमार हिरानी

प्रोड्युसर- विधु विनोद चोपड़ा          समय- 2ः10 मिनट       रेटिंग- 5 में से 4.5 स्टार

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