उत्तराखंड में रोजाना 50 किसान खेती छोड़ रहे हैं

उत्तराखंड राज्य के लिए चुनौतियाँ दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है, वर्त्तमान में एक नयी चुनौती उभरकर सामने आयी है, प्रदेश में रोजाना 50 किसान खेती छोड़कर अन्य व्यवसाय अपना रहे हैं जो राज्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। बीते 17 वर्षो में जब से राज्य का गठन हुआ है तब से लगभग तीन लाख लोग खेती छोड़ चुके हैं। इनमे से ज़्यादातर लोग सूबे के दुर्गम पहाड़ी जिलों से पलायन कर चुके हैं। अखिल भारतीय किसान महासभा ने एक सर्वे किया है और उन्होंने दावा किया है कि राज्य में  करीब नौ लाख परिवार ही खेती कर रहे हैं। प्रदेश में घटती खेती के पीछे इन्वेस्टमेंट की कमी को भी प्रमुख कारन माना जा रहा है पहाड़ में जोत छोटी होने के कारण खेती में निवेश नहीं हो पा रहा है और जो किसान खेती के नाम पर लोन लेते हैं उसका उपयोग वे व्यवसाय या घर बनाने में कर देते हैं। 


अभी तक पूरे प्रदेश में इतने लोग खेती छोड़ चुके है 

अभी तक जिलावार खेती छोड़ने वाले किसान 
देहरादून में 20625 किसान, नैनीताल में 15075 किसान, चमोली में 18535 किसान, अल्मोड़ा में 36401 किसान, बागेश्वर में 10073 किसान, उत्तरकाशी में 11710 किसान, रुद्रप्रयाग में 10970 किसान, चंपावत में 11281 किसान, पौड़ी में 35654 किसान, पिथौरागढ़ में 22936 किसान, टिहरी में 33689 किसान

देशभर में किसान खेती को नुकसान का सौदा बताते हुए छोड़ रहे हैं। औधोगीकरण और शहरीकरण बढ़ने से भी किसानों और खेती की जमीन में कमी आयी है जगह जगह किसानों ने विकास के लिए जमीनें बेच दी। वहीं उद्योग और शहर लगाने के लिए लोगों ने बड़े पैमाने पर खेती की जमीन छोड़ दी इससे भी खेती करने वालों की संख्या में कमी आयी है। 
उत्तराखंड में खेती छोड़ने के पीछे कई कारण है। कृषि विभाग के अधिकारीयों और कृषि विशेषज्ञों के अनुसार पहाड़ में खेती करना मुश्किल हो गया है। अधिक लागत, काम उत्पादन, बिखरी जोत, प्राकृतिक आपदाओं और जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान, सिंचाई की व्यवस्था न होने, मार्केटिंग की कमी, बेहतर गुणवत्ता के बीज और खाद न मिलने के कारणों के चलते लोग खेती छोड़ने को मजबूर हुए है। बहरहाल अब देखना ये है कि मौजूदा त्रिवेंद्र सरकार जो किसानों के लिए उन्नत बीज और नयी तकनीकी उपलब्ध करवा रही है वो किसानों के लिए कितनी हद्द तक फायदेमंद साबित हो पाएगी। 

                                                          देखें ये वीडियो 
                                                        

Comments

Popular Posts

कोलकाता का ऐसा बाजार जहां नुमाइंदगी होती है जिस्म की

100 रेपिस्ट के इंटरव्यू ने लड़की की सोंच को बदल दिया

दान और दक्षिणा में क्या अंतर है ?