कभी प्रेम का प्रतीक माने जाने वाले मटुकनाथ गुजार रहे अकेली जिंदगी


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कभी प्रेम का प्रतीक माने जाने वाले मटुकनाथ गुजार रहे अकेली जिंदगी
कहते हैं न प्यार की गहराई अनंत होती है। उम्र की सीमा न वक्त का तकाजा होता है। प्यार तो प्यार है जिससे होना होता है वो हो ही जाता है। एक ऐसे ही प्यार की कहानी है पटना में रहने वाले बीएन कॉलेज के प्रोफेसर मटुकनाथ और उनकी छात्रा जूली की। इनके प्रेम प्रसंग के चर्चे काफी मशहूर थे। प्रोफेसर मटुकनाथ और उनकी स्टूडेंट जूली के बीच 30 साल का अंतर था। दोनों को अपनी लव लाइफ के लिए काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा था। बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का बखूबी साथ दिया। फिलहाल, दोनों ने शादी नहीं की, पर राजी-खुशी लिव इन में हैं। इस कारण मटुकनाथ को कॉलेज से बर्खास्त कर दिया गया और बाद में सेवा समाप्त कर दी गयी थी। फिर अदालत का दरवाजा खटखटाने पर उन्हें बहाल किया गया था। अब मटुकनाथ अक्टूबर 2018 में रिटायर हो रहे हैं। आइये जानते हैं कि कैसे शुरू हुई थी इन दोनों की लव स्टोरी...

कैसे शुरू हुई दोनों की लव स्टोरी...

दोनों की पहली मुलाकात क्लासरूम में हुई थी। 2004 में मटुकनाथ ने एक कैंप लगाया था, जिसमें जूली भी गयी थी। इसी दौरान दोनों में बातचीत शुरू हुई थी। दोनों के बीच फोन पर घंटों बातें भी होती थी। और यह बातों का सिलसिला कब प्यार में बदल गया दोनों को पता भी नहीं चला। ऐसा कहा जाता है कि जूली के पिता और मटुकनाथ मित्र थे। हालांकि कहाँ तक ये बात सच है इसकी पुष्टि मैं नहीं करता।

जूली ने किया था प्रपोज


हिंदी के प्रोफेसर रहे मटुकनाथ को जूली ने प्रपोज किया था। मटुकनाथ के मुताबिक, एक दिन जूली का फोन आया और उसने कहा कि वो मुझे पसंद करती हैं और मुझसे शादी करना चाहती हैं। हालांकि, इसके बाद मटुकनाथ ने जूली को समझाया कि ये पॉसिबल नहीं है। उन्होंने बताया, वे पहले से शादीशुदा हैं और उनके बच्चे भी हैं। पर जूली नहीं मानी और धीरे-धीरे मटुकनाथ भी जूली से प्यार करने लगे।

2006 में शुरू हुई थी मुश्किलें


जूली के साथ प्रेम-प्रसंग की वजह से 15 जुलाई, 2006 को पटना यूनिवर्सिटी ने मटुकनाथ को बीएन कॉलेज के हिंदी डिपार्टमेंट के रीडर पद से सस्पेंड कर दिया था। बाद में 20 जुलाई, 2009 को उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने पटना में गवर्नर के घर पर भूख हड़ताल पर जाने और आखिरकार अदालत जाने पर 2011 में बहाल कर दिया गया था, लेकिन जनवरी 2017 में, विश्वविद्यालय ने यूट्यूब वीडियो के बाद कक्षा में अपने छात्रों के साथ नृत्य करने के बाद उन्हें फिर से निलंबित कर दिया। उनकी लव स्टोरी पूरे देश में चटखारे लेकर सुनाई जाने लगी। उनके खिलाफ कई तरह के आरोप भी लगाए गए। पूरा जमाना उनकी मोहब्बत का दुश्मन बन गया था। कहते यह भी हैं कि इसे लेकर प्रोफ़ेसर के साथ उनके रिश्तेदारों ने मारपीट की, समाज ने उनके ऊपर फब्तियां कसी। एक तरफ पूरा समाज उनका दुश्मन बन गया था वहीं दूसरी ओर नए उम्र के लड़के उन्हें आदर्श मान रहे थे।

पत्नी ने पहुंचवा दिया था जेल


मटुकनाथ की पत्नी को जब उनकी लव स्टोरी की खबर लगी तो उन्होंने दोनों को जेल भिजवा दिया था। एक समय तो ये मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया था। सभी जगह इन दोनों की ही चर्चा रहती थी। हालांकि, जेल से छूटने के बाद दोनों की लाइफ सामान्य हो गई और फिलहाल दोनों लिव-इन में थे और काफी खुशनुमा जीवन व्यतीत कर रहे थे।

पत्नी की अभी भी जारी है जंग


मटुकनाथ की पत्नी ने उनपर ये आरोप लगाए थे कि वह युवा छात्रों को उच्च अंक का वादा करके लुभा रहे थे। फिर अपनी पत्नी के साथ अदालत की लड़ाई शुरू हुई, जिन्होंने उसे तलाक से इंकार कर दिया था। अभी भी उनके खिलाफ़ कोर्ट में केस लड़ रही है वो चाहती हैं कि उनकी कमाई का आधा हिस्सा मुझे मिले और मटुकनाथ ऐसा नहीं चाहते। इसी बात को लेकर कई सालों से केस चली आ रही थी। पिछले हफ्ते, उन्होंने अंततः सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह अपनी पत्नी को अपने शेष जीवन के लिए अपने वेतन या पेंशन का एक तिहाई भुगतान करेंगे। और अब, वह खुद को फिर से अकेला महसूस कर रहे हैं। यहां तक ​​कि उनके बेटे विदेश में रहते हैं, उससे बात नहीं करते।

वेलेन्टाइन डे पर जूली को गिफ्ट की थी कार


मटुकनाथ को काफी साल नौकरी से बर्खास्तगी झेलनी पड़ी थी। हालांकि, काफी आंदोलन करने के बाद उन्हें फिर से कॉलेज में नियुक्त किया गया लेकिन एक पार्टी में मटुकनाथ के डांस करने के बाद 2013 में 13 फरवरी को पटना यूनिवर्सिटी ने मटुकनाथ को पिछले पांच साल के एरियर का 20 लाख रुपए दिया था।उन्होंने उस पैसे से अगले दिन यानी 14 फरवरी को 6.3 लाख की कार खरीद कर जूली को गिफ्ट किया था। मटुक को करीब 16 लाख रुपए मिले थे। चार लाख टैक्स के तौर पर काट लिए गए थे। बता दें कि तब मटुकनाथ का ये गिफ्ट इंटरनेशनल मीडिया की सुर्खियां बन गया था।

मटुकनाथ को छोड़ गई जूली


मटुकनाथ इन दिनों अकेले ही है। वो पटना के शास्त्री नगर में बने फ्लैट में अकेला जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वो बताते हैं कि बीएन कॉलेज पटना और जेएनयू दिल्ली से पढ़ने वाली जूली ने गृहस्थ जीवन और संसारिक लगाव से अलग होना शुरू कर दिया है। वो पिछले चार सालों से आध्यात्मिकता में रुचि रखने लगी है। पुणे में पुडुचेरी, ऋषिकेश और ओशो आश्रम जैसे स्थानों में समय बिताना शुरू कर दिया है। कभी कभार ही घर आती है और मटुकनाथ से मिलती है। मटुकनाथ कहते हैं कि आखिर हमने फैसला किया कि उसे पूर्णकालिक खोज का पालन करना चाहिए। वह शांति पाने के लिए पूर्णतः स्वतंत्र है। प्रोफेसर कहते हैं कि लोगों का उनके प्रति दृष्टिकोण बदल गया हैं। जिन लोगों ने मेरी पत्नी ने मुझे पूरे देश के सामने दुर्व्यवहार किया, वे अब मुझ पर आलोचना करते और हँसे थे, अब मेरे प्यार, मेरी मान्यताओं के लिए प्रशंसा करते हैं। मुझे कोई परेशानी नहीं है। मैंने जो किया वह मैंने सही किया था। लोग अपनी राय बनाने के लिए स्वतंत्र हैं।

'प्रेम पाठशाला' का निर्माण


64 साल के मटुकनाथ बिहार के भागलपुर में एक 'प्रेम पाठशाला' का निर्माण करवा रह हैं। मटुकनाथ ने बताया कि उनके पटना स्थित घर से उन्हें लगभग 40 हजार रुपये किराया मिलता है, जो गुजारा करने के लिए काफी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रोजेक्ट पर वे अबतक 10 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं। प्रेम पाठशाला में वो बच्चों को शिक्षा और प्रेम का पाठ पढ़ाएंगे। सामाजिक कार्य के लिए प्रेरित करेंगे।

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