ध्यान करने से मिलती है मानसिक शांति

जीवन में योग का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान है। स्वस्थ रहने के लिए योग, प्राणायाम और ध्यान तीनों का समन्वय जरूरी है। योग और प्राणायाम से शरीर और ध्यान से मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। पिछले दिनों लॉकडाउन की वजह से घरों में बंद होने के कारण लोगों को कई मानसिक विकृतियों का सामना करना पड़ा। इस स्थिति में लोगों के सामने डिप्रेशन समेत कई परिस्थितियां सामने आयी जिसे लोगों को झेलना मुश्किल हो गया। इस स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि वो ध्यान करें और मानसिक विकृतियों को दूर करें। यदि आप जीवन में उत्साह की कमी महसूस कर रहे हैं और आपकी भावनात्मक समस्याएं आपके काम पर असर डाल रही है तो आपको ध्यान अवश्य करना चाहिए। आपके दैनिक जीवन की समस्याओं को संभालने के लिए ध्यान बहुत आवश्यक है।

क्या है ध्यान?

ध्यान एक प्रकार की क्रिया है, जिसमें इंसान अपने मन को चेतन की एक विशेष अवस्था में लाने की कोशिश करता है। इसमें अपने मन को शांति देने से लेकर आंतरिक ऊर्जा या जीवन-शक्ति का निर्माण करना हो सकता है, जो हमारी जिंदगी में सकरात्मकता और खुशहाली लाती है।

कैसे करें ध्यान?

सबसे पहले शांत चित्त होकर शरीर ढीला करके बिल्कुल सीधे होकर बैठें। जिस भगवान में आपकी आस्था है, उस परम प्रभु का जाप करते रहें। हर बार उसी मंत्र का जाप करें। इसके अलावा ॐ मंत्र का भी उच्चारण करें। शुरू में अहसास होगा कि आपका सिर घूम रहा है, ऐसा पहली बार होता है। आंख बंद करते ही आपके मन में कई प्रकार के विचारों का सैलाब उमड़ेगा। उन विचारों को रोके नहीं, उन्हें आने दें। धीरे-धीरे आपका मन अपने आप शांत हो जाएगा। मन की इस अवस्था को ही ध्यान कहते हैं। जैसे आप ध्यान के अंत में पहुंचे तो अपनी आंखों को खोलने में जल्दी न करें। आंख खोलने पर मन बाहरी चीजों के तरफ भागने लगता है, इसलिए ध्यान के पश्चात आंख धीरे धीरे खोलें। अपने प्रति और वातावरण के प्रति सजग होने के लिये समय लें।

कब करें ध्यान?

घर के कामों से थोड़ा समय निकालकर पहली बार में एक घंटे बैठना मुश्किल है तो आप पहले 15 मिनट बैठें। धीरे-धीरे समय बढ़ाते चले जाएं। जिस कमरे में आप ध्यान करने बैठें, वहां कोई दीप प्रज्वलित करें। शांत होकर एक आसन और एक मुद्रा में ही बैठें।

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